राजीव बहल जोगिंदर नगर
प्रदेश कांग्रेस सचिव जीवन ठाकुर ने पूर्व मंत्री बिक्रम ठाकुर द्वारा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व उनकी धर्मपत्नी के लिए की गई अभद्र टिप्पणी की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि एक मजबूत लोकतंत्र में हमें सरकार और उसकी नीतियों का खंडन और विरोध करने का पूरा अधिकार होता है। लेकिन जिस प्रकार से पूर्व मंत्री विक्रम ठाकुर द्वारा अमर्यादित भाषा का प्रयोग मुख्यमंत्री व उनकी धर्मपत्नी के लिए किया गया है, वह बहुत ही निंदनीय है। भाजपा के नेता जनता के जनादेश को भी सहन नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए अभद्र टिप्पणियों पर उतर आए हैं। ये लोग लोकतंत्र की मर्यादाओं को भूल रहे हैं। इन्हें अपनी भाषा पर संयम रखना चाहिए। बिक्रम ठाकुर को अपनी अभद्र टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए।
जीवन ठाकुर ने कहा कि जहां तक संस्थानों को डि-नोटिफाई करने की बात है तो आज तक के इतिहास में पहली बार इतने संस्थान बिना बजट बिना कर्मचारियों के, चुनावों से ठीक छः महीने पहले मात्र राजनीतिक लाभ लेने के लिए खोले गए थे। उन्होंने कहा कि पहले तो सरकार पांच वर्षो तक सोती रही और जैसे ही चुनाव नजदीक आए तो सारे सरकारी दफ़्तर खोल दिये। इसके लिए न तो किसी बजट का प्रावधान किया और न ही स्टाफ की भर्ती की गई। उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री द्वारा आश्वस्त किया गया है की संस्थानों को रिव्यू करके जो सही पाया जाएगा उन्हें दोबारा खोला जाएगा।