द्रंग ब्लॉक की विभिन्न पंचायतों के प्रधानो, उप प्रधानों एवं अन्य जन प्रतिनिधियों के साथ मिलकर एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा
राजीव बहल ब्यूरो मंडी
प्रदेश भर में चल रही पंचायत सचिवों, तकनीकी सहायकों, अभियंताओं, लेखापालों व अन्य कर्मचारियों की कलम छोड़ हड़ताल के तहत जिला परिषद सदस्य कुशाल आज द्रंग ब्लॉक में कर्मचारियों के साथ धरने में बैठे तथा द्रंग ब्लॉक के सभी प्रधानों व उप प्रधानों के साथ मिलकर एसडीएम पधर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा।
कुशाल भारद्वाज ने हड़ताली कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार आप लोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है तथा नियमितीकरण के कई वर्षों के बाद सरकारी कर्मचारी न मान कर छठे वेतन आयोग के लाभों से वंचित कर रही है। उन्होंने कहा कि जब सारे कर्मचारी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग में सेवाएं दे रहे हैं तथा बरसों तक अनुबंध या पार्ट टाइम के आधार पर भी सबका शोषण हुआ है। जब उक्त पक्का किया गया तो संबंधित विभाग के बजाए जिला परिषद के अधीन नियमित किया गया। ये कर्मचारी उपरोक्त विभागों के अलावा 16-17 अन्य विभागों का काम भी संभालते हैं और सरकार इनके साथ अन्याय कर रही है। जब पांचवें वेतन आयोग का लाभ इनको मिल रहा था, तो छठे वेतन आयोग के लाभों से कैसे वंचित किया जा रहा है।
कुशाल भारद्वाज ने कहा कि जिला परिषद कैडर के अधीन कार्यरत इन कर्मचारियों को पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग में नियुक्ति की तिथि से लाभ सहित विलय किया जाए तथा छठे वेतन आयोग के लाभ भी दिये जाएं। उन्होंने बताया कि इस संबंध में उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर को चिट्ठी भी लिखी है। जिला परिषद से भी वे कर्मचारियों के समर्थन में प्रस्ताव रखेंगे तथा सर्वसम्मति बनवाने की कोशिश करेंगे।
उन्होंने प्रदेश सरकार से अड़ियल रवैया छोड़ कर कर्मचारियों की मांगें मानने की अपील की। उन्होंने कहा कि हजारों कर्मचारियों के मजबूरन कलम छोड़ हड़ताल में चले जाने से गांवों के सारे विकास कार्य तथा आम जनता के कई अन्य काम प्रभावित हो रहे हैं। इस अवसर पर भडवाहण पंचायत के प्रधान कमांडो जितेन्द्र तथा बह पंचायत के प्रधान पीर सहाय ठाकुर ने भी संबोधित किया तथा पूरा समर्थन व्यक्त किया। इस अवसर पर विभिन्न पंचायतों के प्रधान व उप प्रधान भी व्यक्तिगत रूप से धरने में शामिल हुए।