राष्ट्रीय औषध पादप बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय आरसीएफसी जोगिन्दर नगर के माध्यम से बांटे जा रहे पौधे
राजीव बहल ब्यूरो मंडी
क्षेत्रीय एवं सुगमता केन्द्र (आरसीएफसी), राष्ट्रीय औषध पादप बोर्ड द्वारा जोगिन्दर नगर में स्थानीय जनता को लसूड़ा, जामुन, हरड‐, बहेड़ा, मालकांगनी, आंवला के उच्च कोटि के ग्राफ्टेड पौधे वितरित किये गए। ग्राफ्टिंग के पौधे 2-3 वर्षों में फल देने लगते हैं।
राष्ट्रीय औषध पादप बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अरूण चंदन ने बताया कि राष्ट्रीय औषध पादप बोर्ड का मुख्य उद्देश्य किसानों को गुणवत्तायुक्त रोपण सामग्री उपलब्ध करवाना है ताकि किसान अपनी आमदनी बढ़ा सके।
औषध पौधे के विशेषज्ञ प्रो. डी. आर. नाग ने बताया कि पादप बोर्ड जलवायु के अनुसार पूरे उत्तर भारत में पौधों की सामग्री उपलब्ध करवा रहा है।
द्रव्यगुण उत्कृष्टता केंन्द्र के प्रधान अनवेषक डॉ0 पंकज पालसरा ने बताया कि इन औषधीय पौधों का उपयोग मधुमेह, कब्ज, अर्श, स्मितहास तथा रसायन आदि के रूप में वर्णित है।
तकनीकी अधिकारी शीतल चंदले ने बताया कि इस रोपण सामग्री के विशेष ब्लाक हर्बल गार्डन जोगिन्दर नगर में बनाए जा रहे है ताकि गुणवत्ता युक्त सामग्री का प्रदर्शन किया जा सके और किसानों का प्रशिक्षण करवाया जा सके।