मुख्य सम्पादक /पवन देवगन ठाकुर।
सुंदरनगर, 23 जनवरी : सुंदरनगर उपमंडल की ग्राम पंचायत कपाही के डोहड़वाँ गांव में लगभग 2 माह पहले देरडू गांव के 35 वर्षीय युवक मुंशीराम सुपुत्र स्वर्गीय नारायण सिंह की हुई संदिग्ध मौत के कारणों का पता पुलिस अभी तक नहीं लगा पाई है।
बता दें कि सुंदरनगर पुलिस ने डोहडवां गांव के शराब के ठेके के पास सड़क किनारे पडा हुआ मुंशीराम का शव संदिग्ध हालत में बरामद किया था। मौके पर फॉरेंसिक टीम द्वारा भी साक्ष्य जुटाए गए थे तथा मौके पर सुंदरनगर डीएसपी दिनेश कुमार स्वयं अपनी टीम के साथ जांच में जुटे थे। प्रारंभिक दृष्टि से यह मामला हिट एंड रन का देखा जा रहा था लेकिन 2 माह बीत जाने के बाद भी सुंदरनगर पुलिस मौत के कारणों का पता नहीं लगा पाई है जिससे ग्रामीणों में खासा रोष है।
ग्राम पंचायत कपाही के प्रधान ओमप्रकाश ने कहा कि पुलिस इस मामले को सुलझाने में नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि पंचायत ने ज्ञापन के जरिए डीसी मंडी, एसपी मंडी, एसडीएम सुंदरनगर व मुख्यमंत्री कार्यालय को इस मामले में संज्ञान लेने के लिए लिखित रूप से अपील की थी जिस पर अभी तक कोई खास कार्यवाही नहीं हुई है। पंचायत प्रधान ने प्रशासन व सरकार से कड़ी मांग करते हुए कहा है कि सुंदरनगर पुलिस इस मामले की गुत्थी सुलझाने में नाकाम हुई है इसलिए इस मामले को सीआईडी या अन्य किसी उच्च स्तरीय एजेंसी को सौंप देना चाहिए था कि मृतक व उसके परिजनों को इंसाफ मिल सके। पंचायत प्रधान ने कहा कि इस मामले को लेकर पूरी पंचायत के प्रतिनिधि समस्त ग्राम वासियों के साथ 24 जनवरी मंगलवार को एक बार फिर एसडीएम सुंदरनगर से मिलेंगे व उनसे इस मामले को लेकर बात करेंगे।
उधर गांव वाले अब मृतक मुंशीराम की धर्मपत्नी बबली के विरोध में उतर आए हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि मुंशीराम की मौत के बाद अब उसकी पत्नी बबली गांव के माहौल को खराब कर रही है। उनका आरोप है कि रात भर बबली से मिलने वाले अनजान लोग आ रहे हैं तथा सुबह होने से पहले ही गायब हो जाते हैं, जिससे गांव में डर का माहौल बना हुआ है। बता दें कि मृतक मुंशीराम के माता-पिता का पहले ही देहान्त हो चुका है तथा मुंशी राम के छोटे भाई की भी डेढ़ वर्ष पहले मौत हो चुकी है। पुश्तैनी मकान में मृतक की मौसी अपने परिवार के साथ रहती है। मृतक मुंशीराम की मौसी ने बताया कि बचपन से ही उन्होंने अपनी बहन के दोनों बेटों को पाला परोसा है लेकिन अब उनकी बहन के दोनों बच्चों की मौत हो चुकी है तथा परिवार में अब केवल मृतक मुंशी राम की पत्नी ही है जिस पर आरोप लगाया गया है कि उसने बिना किसी से पूछे पुश्तैनी घर से गैस,बर्तन व अन्य सामान ला कर अपने नए घर पर रख दिया है। इस पर गांव वालों ने उसे मौके पर पकड़ लिया तथा पंचायत प्रतिनिधियों को सूचित कर पुलिस को बुलाया। पुलिस ने इस मामले में सभी के बयान लेकर जांच आगे बढ़ा दी है।
मौके पर मौजूद जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर रमेश कुमार ने बताया कि वार्ड मेंबर के द्वारा सूचना देने पर पुलिस मौके पर पहुंची है तथा मामले की जांच में जुटी है, जैसे ही जांच के बाद तथ्यों का पता चलेगा तो उनको सार्वजनिक कर दिया जाएगा, लेकिन फिलहाल प्रारंभिक दृष्टि से यह आपसी परिवारिक झगड़े का मामला लग रहा है।
इधर बबली देवी ने भी अपनी मौसी सास पर उससे मारपीट का आरोप लगाते हुए कहा है कि उसे बेवजह तंग किया जा रहा है।
बरहाल यह मामला गांव वासियों के साथ-साथ पुलिस के लिए भी सर दर्द बना हुआ है। अब देखना यह होगा कि अगर सुंदरनगर पुलिस इस मामले की जांच में असफल होती है तो क्या यह मामला उच्च स्तरीय जांच एजेंसी को सौंपा जाता है या नहीं, जो कि पंचायत प्रधान व समस्त गांव वासियों की भी कड़ी मांग है।