संवाददाता/अंशुमन मल्होत्रा
हिमाचल प्रदेश अनुसूचित जाति,जन जाति वर्ग विशाल सुधार समिति के प्रदेश प्रधान सिधु राम भारद्वाज की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया जिसमें सरकार से मंडी में बंदोबस्त का कार्यलय जल्द खोलने की मांग उठाई गई । सिधु राम भारद्वाज ने कहा कि सरकार द्वारा लोगों को अपनी जमीन का सही पता लगाने के लिए बंदोबस्त की व्यवस्था की थी,ताकि लोग जमीनी विवाद में न उलझें और आपसी भाईचारा बना रहे। इस व्यवस्था को चलाने के लिए मंडी में बंदोबस्त का मंडल कार्यलय खोला गया था। जिससे 5 जिले के लोगों को अपनी जमीन के मामलों में सुधार लाने के लिए सुविधा घर द्वार पर प्राप्त हो रही थी। मगर पूर्व सरकार ने इस कार्यलय को बंद कर लोगों को इस सुविधा से महरूम कर दिया है। सरकार द्वारा प्रदेश में धर्मशाला और शिमला कार्यलय ही रखे है। मंडी, कुल्लू, लाहुल-स्पीति व हमीरपुर की जनता को बंदोबस्त से संबंधित कार्यो के लिए धर्मशाला और बिलासपुर के लोगों को शिमला जाना पड़ता था। दोनों कार्यालयों में बंदोबस्त से संबंधित हजारों मामले लंबित हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई साल से बंदोबस्त नहीं हुआ है। नियमानुसार् हर 25 साल बाद बंदोबस्त होना चाहिए। इससे भूमि से संबंधित त्रुटियां दूर होती हैं। एक-एक इंच तक रिकार्ड सही होता है। सिधु राम भारद्वाज ने कहा कि मंडी जिला में प्रशासनिक,पुलिस,लोक निर्माण,विद्युत विभाग के मंडलीय कार्यलय तो है मगर बंदोबस्त का मण्डलीय कार्यलय अभी तक नही है। जो भी कार्यलय खोला गया था उसे भी बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता कई साल से बंदोबस्त कार्यालय खोलने की मांग कर रही हैं। मंडी में बंदोबस्त कार्यालय खुलने से मामलों के निपटारों में तेजी आएगी। समय व पैसे की बचत होगी। भूमि से संबंधित रिकार्ड भी घर द्वार पर मिलेगा। जमीनी विवाद को लेकर हो रहे। लड़ाई झगड़े कम होंगे और लोगों में आपसी भाईचारा सदैव बना रहेगा। उन्होंने कहा कि इस बंदोबस्त कार्यलय खोलने के लिए स्टॉफ भी न्युक्त किया गया है जो राज्यस्व विभाग मे अपनी सेवाएं दे रहा है। जबकि कार्यलय के लिए भी अतिरिक्त बोझ भी नही उठाना पड़ेगा। एसडीएम कार्यालय बल्ह मिनी सचिवालय मे जाने के बाद उपयुक्त भवन भी रिक्त पड़ा है। इससे सरकार पर कार्यलय भवन का बोझ भी नही पड़ेगा और लोगों को बंदोबस्त कार्यलय से मिलने वाली सुविधा भी घरद्वार पर ही मिलेगी।
इस मौके पर दिनेश प्रेमी,श्याम चंद,चेत राम,भगत राम,सीता राम,पदम देव के अलावा अन्य लोग भी मौजूद रहे।

