राजीव बहल ब्यूरो मंडी
हिमाचल प्रदेश देवी-देवताओं, ऋषि मुनियों और पीर-पैगंबरों की धरती है। यही वजह है कि प्रदेश को देवभूमि के नाम से जाना जाता है। यहां स्थित शक्तिपीठों और मंदिरों पर लोगों की अटूट आस्था है।
इस बारे गुग्गा सनोरिया मंदिर सकमांद के संयोजक अमर सिंह राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि 9 दिन तक गुग्गा सनोरिया अपने श्रद्धालुओं के बीच भ्रमण करेंगे जो कि कल 31 अगस्त वीरवार से शुरू होकर 8 सितंबर शुक्रवार तक चलेगा। 31 अगस्त को प्रातः 7:00 बजे से पहले पूजा अर्चना तथा छत्तर डोरी बंधन का कार्यक्रम रहेगा उसके उपरांत गांव समखेतर,छंब, सुआ पंजालतर तक परिक्रमा की जाएगी। 1 सितंबर को गांव कुमाहर्डा,भराडू कस इत्यादि गांव की परिक्रमा की जाएगी। 2 सितंबर को पेटू बसेहड़,गाडूही नौन, चलौटी , स्पेडू तथा 3 सितंबर को अथराह ,कुफरू,हार, बिहुं,तापरी इत्यादि गांव की परिक्रमा की जाएगी। 4 सितंबर को रोहटा, स्पेडु , मत्केहड तथा लोअर द्राहल इत्यादि गांव की परिक्रमा की जाएगी।
5 सितंबर को गुग्गा सनोरिया विश्राम करेंगे। तदोपरांत 6 सितंबर को गांव खिल छतरी बड़ी मकरीडी,लखनोट तथा अपर भडयाडा और 7 सितंबर को बमौरी,जौल,कुफरू,दरकओटई,कुडणु तथा अप्पर द्राहल में गुग्गा सनोरिया परिक्रमा करेंगे। 8 सितंबर को लोअर भडयाडा,बाल्ही, कुफरी,लांघा व गांव बैला में गुग्गा सनोरिया द्वारा परिक्रमा की जाएगी।उन्होंने श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक सहयोग करने की अपील की है।