नए साल से पहले उतर रेलवे ने दिया तोहफा,पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
राजीव बहल ब्यूरो मंडी
जोगिंद्रनगर पठानकोट रेल लाइन पर लगभग 6 माह बाद उत्तर रेलवे ने दो रेलगाड़ियों को कांगड़ा से जोगिंद्रनगर तक शुरू करने की अधिसूचना जारी कर दी है।
कांगड़ा से बैजनाथ पपरोला और जोगिंद्रनगर तक अलग-अलग चरणों सफल ट्रायल के बाद उच्च अधिकारियों ने रेल सेवा संचालन को हरी झंडी दी है। उत्तर रेलवे ने दो रेलगाड़ियों को समयसारिणी के साथ 28 दिसंबर से आवाजाही शुरू करने के आदेश जारी किए हैं।इस बारे जानकारी देते हुए रेलवे जनसंपर्क अधिकारी फिरोजपुर विक्रांत कुमार ने बताया की जोगिंद्रनगर से बैजनाथ पपरोला और कांगड़ा जंक्शन तक चार रेलगाड़ियों की आवाजाही होगी। इनमें जोगिंद्रनगर रेलवे स्टेशन से बैजनाथ पपरोला तक दो रेलगाड़ियां अप डाउन करेंगी।पहली गाड़ी बैजनाथ से प्रातः8:00 बजे चल कर 9:30 बजे जोगिंदर नगर पहुंचेगी।वापिसी में यह गाड़ी जोगिंदर नगर से 10 बजे चलकर 12:30 बजे बैजनाथ पहुंचेगी।वहीं बैजनाथ से जोगिंदर नगर के लिए दूसरी गाड़ी दोपहर 1 बजे चलकर 2:35 पर जोगिंदर नगर पहुंचेगी और वापिसी में जोगिंदर नगर से 3: 30 पर चलकर सायं 5 बजे बैजनाथ पहुंचेगी।
बैजनाथ पपरोला से भी दो रेलगाड़ियों को कांगड़ा तक चलाया जाएगा।वैजनाथ से कांगड़ा के लिए पहली गाड़ी सुबह 6:00 बजे, दूसरी गाड़ी 9:30 बजे कांगड़ा के लिए रवाना होगी। पालमपुर, चामुंडा, सुलह, परौर, कांगड़ा मंदिर के रेलवे स्टेशनों से गुजरते हुए पहली रेलगाड़ी कांगड़ा रेलवे स्टेशन में 8:15 बजे पहुंचेगी। जबकि दूसरी रेलगाड़ी दोपहर 12:30 बजे कांगड़ा स्टेशन पर पहुंचेगी। दोपहर तीन बजे कांगड़ा से बैजनाथ पपरोला के लिए रेलगाड़ी रवाना होगी, यह सायं 5:10 बजे कांगड़ा स्टेशन में पहुंचेगी। कांगड़ा रेलवे स्टेशन से 6:20 बजे बैजनाथ पपरोला के लिए रेलगाड़ी चलेगी, जो कि सायं 8:20 मिनट पर बैजनाथ पपरोला पहुंचेगी।
पठानकोट से लेकर जोगिंद्रनगर तक इस ट्रैक पर पिछले दो साल से ट्रेन नहीं चली है। दो वर्ष पूर्व बरसात के मौसम में आई बाढ़ के कारण चक्की रेलवे पुल क्षतिग्रस्त हुआ था लेकिन अभी तक इस पुल के मरम्मत का कार्य पूरा नहीं हो पाया है। जिस वजह से इस ट्रैक पर चलने वाली सभी ट्रेनें बंद हैं।
इस रेल सेवा के शुरू होने से जहां आम आदमी को सस्ते किराए में सफर करने का लाभ मिलेगा वहीं पर्यटन की दृष्टि से यहां घूमने आने वाले पर्यटकों को भी इस रोमांचक सफर करने का मौका मिलेगा। नए साल से पहले उतार रेलवे द्वारा रेल सेवा बहाल करने का निर्णय कहीं न कहीं आम लोगों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है।