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प्रदेश के किसानों को खेती हेतु ड्रोन उपलब्ध कराएगी इफको: सोहन लाल ठाकुर

राज्य स्तरीय नलवाड़ मेला का कृषि मेले के रूप में होगा आयोजन

पवन देवगन ठाकुर

सुंदरनगर,15 फरवरी :

इफको मंडी द्वारा नैनो उर्वरकों पर आधारित “प्रशिक्षण एवम भ्रमण” कार्यक्रम के समापन हुआ। समारोह में पूर्व विधायक एवं पूर्व सीपीएस सोहन लाल ठाकुर ने मुख्य अथिति के रूप में शिरकत की। इस कार्यक्रम का आयोजन इफको हिमाचल प्रदेश के मुखिया उप महाप्रबंधक भुवनेश पठानिया की अध्यक्षता में हुआ।

कार्यक्रम में मुख्यतिथि सोहन लाल ने प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही किसानों के हित की विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी और सभी किसानों को नैनो उर्वरकों के इस्तेमाल के लिए आहवाहन किया। इसके साथ उन्होंने कहा कि नैनो यूरिया के प्रयोग हेतु इफको द्वारा पूरे भारत वर्ष में 2800 और प्रदेश में 13 ड्रोन किसानों को दिए जायेंगें। इसका प्रशिक्षण और विस्तृत जानकारी कैम्प के माध्यम से किसानों को दी गई जिससे निश्चित रूप से किसानों को लाभ मिलेगा।उन्होंने कहा कि सुंदरनगर में

इस वर्ष आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय नलवाड़ मेले को किसान मेले के रूप में मनाया जाएगा। क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में परंपरागत खेती के तरीकों में कमी आने से अब लोग बैलों को नहीं रखते है।जिससे नलवाड़ मेले में भी कम पशुओं का क्रय विक्रय हो रहा है। इस मर्तबा किसानों को इस मेले में आधुनिक, नवीनतम कृषि करने के तौर तरीकों सहित नैनो उर्वरकों सहित ड्रोन टेक्नोलॉजी के प्रयोग से दवाईयों और कीटनाशकों के प्रयोग का डेमोंस्ट्रेशन सहित कृषि विशेषज्ञों के माध्यम से कार्यशालाओं का आयोजन करवाते हुए किसानों की उन्नति के प्रयास किए जाएंगे। इस अवसर पर भुवनेश पठानिया ने अपने संबोधन में विश्व प्रथम निर्मित इफको नैनो यूरिया तरल व नैनो डीएपी तरल के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई । नैनो यूरिया आधुनिक तकनीक द्वारा निर्मित एक तरल उत्पाद है और आम यूरिया खाद का एक पर्यावरण हितैषी विकल्प है। सभी को सम्बोधित करते हुए उन्होने कृषि में नवीनतम तकनीकों पर आधारित उत्पादों जैसे नैनो यूरिया तरल एवं नैनो डीएपी सागरिका जानकारी प्रदान की एवं भविष्य में नैनो उत्पादों की मदद से बहुमूल्य मुद्रा की अनुदान के रूप में बचत के बारे में प्रतिभागियों को अवगत करवाया। नैनो तरलफसल की पैदावार बढ़ाने और पारंपरिक डीएपी एवं एनपीके खाद के कारण होने वाले पर्यावरण प्रदूषण को कम करके किसानों की आय में सुधार करने में अहम भूमिका रखेगा और नैनो यूरिया तरल की फसलों में ज़्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने की सलाह दी गई। ग्राम चांबी, फलौता में किसानों को ड्रोन माध्यम से नैनो यूरिया और सागरिका का गेहूं की फसल पर छिड़काव करवाया गया और किसानों को इसके बारे में जागरूक किया।

कार्यकम के अंत में कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर द्वारा सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान किए।

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