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ऐतिहासिक भंगरोटू मेले को व्यवस्था परिवर्तन के चलते न होने देना शर्मसार कृत्य: इंद्र सिंह गांधी 

सुक्खू सरकार को जल्द लगेगा देवी देवताओं का श्राप बोले बल्ह विधायक

पवन देवगन ठाकुर

नेरचौक,15 मार्च : बल्ह के विधायक इंद्र सिंह गांधी ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आज उन्होंने प्रमाणित कर दिया है कि मुख्यमंत्री और उनकी सरकार अपनी दिल्ली में बैठे कांग्रेसी हाईकमान नेताओं की तरह हिंदू विरोधी हैं। जिसका उदाहरण है कि कांग्रेस सरकार बनते ही सर्वप्रथम सुक्खू सरकार ने छोटी काशी में निर्माणाधीन शिव धाम के कार्य को बंद कर डाला। उसके पश्चात उसके हाल ही में अपने हाईकमान के फरमान की पालना करते हुए अयोध्या धाम में आयोजित श्री राम लल्ला प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं हुए। वहीं अब उन्होंने व्यवस्था परिवर्तन के तहत सदियों से आयोजित होने वाले बल्ह के ऐतिहासिक भंगरोटू मेले को ही बंद कर डाला जोकि उनके हिंदू विरोधी विचारधारा को दर्शाता है। जिसके चलते सूक्खु सरकार को बहुत जल्दी रामलल्ला तथा अन्य देवी देवताओं का श्राप लगना तय है। इन्द्र सिंह गांधी ने कहा कि सदियों से चले आ रहे इस एतिहासिक भंगरोटू मेले को राजाओं द्वारा शुरू किया गया था। इस मेले के लेकर बल्ह की जनता में गहरी आस्था है। स्थानीय लोगों के सहयोग व प्रयत्नों से इसमें दर्जनों देवी देवताओं को न्योता देकर इसे 7 दिन तक आयोजित करवाया जाता रहा है। लेकिन हिमाचल में अब निठल्ली एवं हिंदू विरोधी सरकार बैठ गई है जो कि पैसा न होने तथा व्यवस्था परिवर्तन का राग आलाप कर जनहित एवं धार्मिक कार्यों सहित एतिहासिक मेलों को ही बंद करने पर उतारू हो गई है। हर मंच पर धन न होने का रोना रोने वाले सरकार के मुखिया सरकारी खजाने को लुटाते हुए अपने मित्रों को धड़ाधड़ कैबिनेट रैंक प्रदान कर उन्हें व्यक्तिगत लाभ देने में मशगूल हैं। वहां उन्हें धन की कमी का आभास नहीं हो रहा है। इन्द्र सिंह गांधी ने कहा कि जब से बल्ह की जनता ने उन्हें विधायक बनाया हुआ है तब से वह अपनी निधि व स्थानीय लोगों के सहयोग से हर वर्ष इस मेले को नलवाड़ एवं देवता मेले के रूप में आयोजित करवाते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार भी मैंने प्रशासन से अपनी एछिक निधि से धन देकर सहयोग करने का आग्रह किया था, मगर न जाने किस कांग्रेसी नेता के इशारे पर बात को अनसुना कर दिया गया। मेरे अलावा स्थानीय लोग भी इस एतिहासिक मेले को अपने-अपने स्तर पर सहयोग देकर करवाने के लिए तत्पर थे। विधायक बल्ह ने कहा कि उन्हें इस बात को लेकर मलाल है कि ना तो मुझे इस मेले के आयोजन को लेकर भागीदारी करने का मौका दिया गया और न ही स्थानीय लोगों को। इसके विपरीत स्थानीय प्रशासन तथा स्थानीय कांग्रेस के नेताओं ने इस ऐतिहासिक मेले को करवाने के लिए कोई रुचि नहीं दिखाई। जिस कारण सदियों से हर वर्ष आयोजित होने वाले इस एतिहासिक मेले में प्रशासन द्वारा न तो बैल का खूंटा गाड़ने की रस्म अदा की गई और ना ही देवी देवताओं को न्योता भेजा गया जोकि सभी बल्ह वासियों के लिए हमेशा शर्मसार करने वाले वर्ष के रूप में याद किया जाएगा। कांग्रेस नेता न जाने क्यों धीरे-धीरे ऐतिहासिक परंपराओं पर विराम लगाना चाहते हैं। प्रदेश के देवी-देवता तथा लोग इस कांग्रेस सरकार से सख्त नाराज तथा परेशान हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही देवी देवताओं तथा जनता के आशीर्वाद से भाजपा की सरकार प्रदेश में सत्तासीन होकर पुनः राम राज्य की स्थापना करेगी। इन्द्र सिंह गांधी ने कहा कि इस भंगरोटू ऐतिहासिक मेले को अगले साल फिर से धूमधाम के साथ आयोजित किया जाएगा, जिसका मैं अपने बल्ह वासियों को वचन देता हूं।

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