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हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक वित्तीय साक्षरता केंद्र मंडी द्वारा राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के सौजन्य से गांव गागल तहसील बल्ह में एक दिवसीय वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया

बल्ह से विरेन्द्र ठाकुर की रिपोर्ट

आज दिनांक 06-03-2022 को हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक वित्तीय साक्षरता केंद्र मंडी द्वारा राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के सौजन्य से गांव गागल तहसील बल्ह में एक दिवसीय वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक जिला कार्यालय मंडी से वित्तीय साक्षरता समन्वयक श्री राकेश ठाकुर ने किया।

उन्होंने लोगों को बचत करने के बारे में टिप्स दिए और कहा के बजटिंग यह बतलाने में मदद करता है की कैसे हम साल भर के लिए अपनी वित्तीय प्राथमिकताओं को तय कर सकते हैं और किस तरह हम अपनी आय को बांट सकते है ताकि हम इन प्राथमिकताओं को पूरा कर सकें।

बजटिंग से उन क्षेत्रों को पहचानने में सहायता मिलेगी जो बताएंगे की कहां अधिक खर्च करना है और कहां कम खर्च करना है।उन्होंने कहा के बचत करना ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि बचत के संबंध में समझदार भी बनें। अगर आप पहले से ही अपनी बचत का 10% बचा रहे हैं, तो उसे 20% तक ले जाने की कोशिश करें। अगर आप 20% के स्तर पर हैं, तो उसे 30% तक ले जाने की कोशिश करें। इसके लिए आपको अपनी प्राथमिकताओं को लगातार संतुलित करते रहना होगा जिससे आप स्मार्ट बजटिंग, लक्ष्य निर्धारण, और प्लानिंग को फिर से अपना सकेंगे। उन्होंने कहा के अपने पैसे की सुरक्षा करें और आप नहीं चाहेंगे कि अस्पताल में भर्ती होने जैसी अनियोजित घटनाओं के कारण आपकी बचत समाप्त हो जाएं। स्वास्थ्य और जीवन बीमा लें ताकि आपके और आपके परिवार का पैसा जीवन के उतार-चढ़ावों में भी सुरक्षित बना रहे। उन्होंने बैंक और नाबार्ड की बिभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारियां लोगों को दी।
डिप्टी रजिस्ट्रार सहकारी सभाएं मंडी व महाप्रबन्धक एकीकृत सहकारी विकास परियोजना मंडी श्री कमलेश कुमार ने कहा के हिमाचल प्रदेश की आर्थिकी में सहकारी सभाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। प्रदेश को देश में सहकारिता संस्थापक राज्य होने का गौरव प्राप्त है। देश की पहली सहकारी सभा वर्ष 1892 में प्रदेश के ऊना जिले के गांव पंजावर में गठित की गई थी। तब से लेकर आज तक सहकारिता आंदोलन ने केवल समुदायों के सामाजिक-आर्थिक जीवन में बदलाव ही नहीं लाया है बल्कि समाज के कमजोर वर्गों, महिलाओं एवं युवाओं को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से स्वरोजगार के अवसर भी प्रदान किए हैं। उन्होंने कहा के मण्डी में चल रही आई सी डी पी परियोजना से सहकारी सभाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदत मिलेगी।
इस मौके पर सहकारी सभा के प्रधान जीवन सकलानी , उप प्रधान श्री जगदीश ठाकुर , श्री वीरेंदर ठाकुर , सचिव श्री जीवन यादव और गांव के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे।

By himachalpradeshlive

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