राजीव बहल ब्यूरो मंडी
जोगिंदर नगर नगर परिषद में कांग्रेस समर्थित पार्षद अजय घरवाल, ममता कपूर , शीला देवी ने शुक्रवार को नगर परिषद की हाउस की बैठक से विभिन्न मुदों को लेकर वॉक आउट किया । पूर्व नगर परिषद उपाध्यक्ष अजय घरवाल व पार्षदों ने कहा कि आज नगर परिषद की जनता पर हाउस टैक्स 16 प्रतिशत की दर से लगाने की तैयारी भाजपा समर्थित नगर परिषद के द्वारा की जा रही है जब कि पहले हाउस टैक्स 7.5 प्रतिशत की दर पर लिया जा रहा था एक मुश्त हाउस टैक्स में दोगनी वृद्धि करना आम जनता के साथ अन्याय है। जिस का कांग्रेस समर्थित पार्षद विरोध करते हैं । नगर परिषद क्षेत्र मे पीछे हाउस टैक्स के जो सर्वे हुए हैं उस सर्वे में किस व्यक्ति के घर ,दुकान व मकान की क्या पैमाइश की गई व उसे वर्तमान में पैमाइश के अनुसार कितना हाउस टैक्स लगाया गया इस कि जानकारी अभी नगर परिषद के द्वारा सार्वजनिक नहीं कि गयी है। आम जन मानस को यह मौका नहीं दिया गया कि वह अपने घर,दुकान आदि की पैमाइश सही या गलत है के प्रति आपत्ति दर्ज कर सके। महंगाई के इस दौर में भाजपा समर्थित नगर परिषद आम जनता पर हाउस टैक्स का दोगना बोझ डाल कर जनता की मुश्किलें बढ़ाने का काम कर रही है। भाजपा समर्थित नगर परिषद के इस निर्णय से जहां आम जनता तो प्रभावित होगी ही बल्कि सबसे ज्यादा गरीब, दिहाड़ीदार परिवार प्रभावित होंगे जो इस महंगाई के दौर में बड़ी मुश्किल से अपने परिवार का पालन पोषण कर रहें है। शहर की एक मात्र गांधी वाटिका को नया स्वरूप देने के लिए अपने कार्यकाल में कांग्रेस समर्थित नगर परिषद ने 30 लाख रुपये का प्रावधान किया था तथा इसे सूंदर व प्राकृतिक स्वरूप देने के लिए योजना भी बनाई थी लेकिन हमारे हटते ही भाजपा शाषित नगर परिषद ने इस योजना को बदल कर व ठेकेदारों को मुनाफा पहुंचाने के लिए इस के कक्रीटीकरण की योजना बना दी । भाजपा समर्थित नगर परिषद के पास सही सोच व दूरदृष्टि का अभाव होने के कारण शहर की एक मात्र गांधी वाटिका आज कांक्रीटीकरण की ओर बढ़ रही है। वाटिका के कक्रीटीकरण को रोका जाए व सही योजना बना कर तैयार किया जाना चाहिये ताकि वाटिका में जाने वाले लोगों को लगे कि वो प्रकृति की गोद में आये हैं। गांधी वाटिका के कक्रीटीकरण का भी कांग्रेस पार्षद विरोध करते हैं। इसी प्रकार सीवरेज के लिए जो अपने कार्यकाल में 47 लाख रुपये जल शक्ति विभाग को दिए गए थे ताकि सभी छूटे परिवार सीवरेज से जुड़ सकें तथा अपने कार्यकाल में जलशक्ति विभाग से कार्य भी जोरों पर चलवाया था लेकिन जिस दिन से भाजपा शाषित नगर परिषद सत्तासीन हुई है उस दिन से सीवरेज का कार्य पूरी तरह ठप पड़ हुआ है। नगर परिषद सत्ता के नशे में मदहोश है व आम जनता आज खुद को त्रस्त महसूस कर रही है अभी तक भाजपा शाषित नगर परिषद ने अपने कार्यकाल के चार माह के कार्यकाल में विकास के कार्यों के लिए कोई धन का प्रावधान नहीं किया गया है। सभी विकास कार्य रुके पड़े हुए हैं पिछले हमारे कार्यकाल के विकास कार्यों को अपना बता झूठी वाह वाही लूटने का कार्य किया जा रहा है जिस में की नगर परिषद क्षेत्र में सड़क किनारे लगाए जा रहे नए तेज रोशनी के फिक्सचर व विभिन वार्डों में लगने वाले स्ट्रीट लाइट्स के फिक्सचर शामिल हैं। सभी वार्डों में सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है ओर कूड़े के ढेर यहाँ वहां लगे हुए हैं व नालिया भी गंदगी से भरी पड़ी हुई हैं।