संवाददाता /रामेश्वर दयाल (किन्नौर)
अरसू पंचायत में हुए घोटालों की जानकारी देते हुए शिकायतकर्ता सर्वदयाल,मोहर सिंह शास्त्री,चमन लाल विष्ट व सुंदर ठाकुर ने बताया कि विकास कार्यो को पारदर्शी बनाने हेतु निर्माण स्थलों पर साइन बोर्ड का होना जरूरी होता है परन्तु अरसू पंचायत द्वारा इसमें भ्र्ष्टाचार किया है।वर्ष 2016 में पंचायत ने 51 साइन बोर्डो का बिल पवित्रा आर्ट सर्विस निरमंड से बनाया गया है जबकि मौके पर एक भी बोर्ड नही लगा है।पंचायत ने वेन्डर से 102000 रु की राशि वापिस मांग कर सचिव राजीव कुमार व प्रधान संतोष कुमारी के पति उमेश कुमार ने आपस मे बांटकर सारी धनराशि का गबन किया है।
जांच कमेटी द्वारा मौका निरीक्षण अनुसार किसी भी विकास कार्यो में साइन बोर्ड साइन बोर्ड नही पाए गए।जबकि स्टॉक रजिस्टर अनुसार 51 विकास कार्यो में से 47 विकास कार्यो के सम्बंधित लाभार्थियों को साइन बोर्ड जारी किए गए है और उन्होंने प्राप्त हेतु हस्ताक्षर भी किए है और 4 विकास कार्यो के साइन बोर्डो की वसूली संबंधित लाभार्थियों से की जानी उचित है जबकि 4 साइन बोर्डो की वसूली 2000रु प्रति बोर्ड की दर से कुल वसूली 8000रु सम्बंधित पंचायत सचिव से की जानी है।

