संवाददाता / अंशुमन मल्होत्रा
उपमंडल बल्ह के अंतर्गत पंचायत कोट के गांव कोट में लोग तेंदुए के खौफ से सहमे हुए है। लोगों को अधिक से अधिक चिन्ता अपने बच्चों की हो रही है। तेंदुए के डर से लोग बच्चों को अंधेरा होने से पहले ही घरों में दुबकने को मजबूर हो गए है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोट गांव में दिन दिहाड़े ही तेंदुआ लोगों के घरों के आंगन में घूमते हुए नजर आ रहा है। जिस कारण छोटे छोटे बच्चों को घर के आंगन में भी अकेला तक नहीं छोड़ा जा रहा है। महिलाओं को पशुओं का चारा और घास लाना भी मुश्किल हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बच्चों को स्कूल छोडना और लाना भी स्वयं ही पड रहा है।
घनी आबादी वाली जगह होने के कारण बहुत सारे लोग अपनी मजदूरी कमाने के बाद देर सायं घर पहुंचते है। गांव में लोग तेंदुए की मौजूदगी से लोग सहमे हुए है। पंचायत समिति सदस्य राम सिंह ने कहा कि सबसे बडी समस्या तो उन परिवारों को है,जिनके बच्चे छोटे है और उन्हे बाहर भेजने में कतराने लगे है। राम सिंह, कृष्ण चन्द,संत राम, रूप सिंह, परस राम,चंचल,रूकमणी, मीरा देवी ने वन विभाग के अधिकारियों से तेंदुए को धर पकड़ने की मांग की है।