संवाददाता / प्रदीप चंदेल
बिलासपुर,25, फरवरी
विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी जी आज कल संस्कृत के उच्चारण से सराबोर है यहां पर दो दिवसीय हिमाचल प्रदेश संस्कृत अकादमी के द्वारा श्री शक्ति संस्कृत महाविद्यालय श्री नैना देवी में ज्योतिष एवं कर्मकांड शिविर का आयोजन किया जा रहा है ।दो दिवसीय इस शिविर में उत्तरी भारत के प्रसिद्ध विद्वान यहां पर पहुंचे छात्र छात्राओं को कर्मकांड और ज्योतिष के बारे में अपने अनुभव सांझा किए और व्यापक जानकारी दी और दो दिवसीय इस शिविर का समापन बड़ी धूमधाम के साथ हुआ
समापन समारोह के मुख्य अतिथि डॉक्टर लेखराज शर्मा पूर्व अध्यक्ष नानक विश्वविद्यालय अमृतसर थे उन्होंने द्वीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया उनके साथ महाविद्यालय के प्रिंसिपल डॉ नरोत्तम दत्त शर्मा एवं हिमाचल संस्कृत अकादमी के सचिव डॉ केसवानंद कौशल भी मौजूद रहे
विद्यालय के प्रिंसिपल डॉक्टर नरोत्तम दत्त शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि इस दो दिवसीय शिविर में हिमाचल पंजाब हरियाणा दिल्ली से कई विद्वानों ने भाग लिया और अपने अपने विचार साझा किए उन्होंने कहा कि यह शिविर बहुत ही सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है
जिसके लिए उन्होंन मंदिर न्यास श्री नैना देवी को श्रेय दिया है।
उनका कहना है कि जिस तरह से यह कार्यक्रम चला निश्चित रूप से इस कार्यक्रम का लाभ उपस्थित सभी लोगों को हुआ है। मुख्य अतिथि लेखराज शर्मा पूर्व अध्यक्ष नानक विश्वविद्यालय ने पत्रकारों को बताया कि इस कार्यक्रम में छात्र छात्राओं को ज्योतिष और कर्मकांड के बारे में जानकारी दी गई। और शिविर बहुत ही सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है। जिसके लिए सभी आयोजक और मंदिर न्यास बधाई के पात्र हैं।जबकि हिमाचल प्रदेश संस्कृत अकादमी शिमला के सचिव डॉ केशवानंद कौशल ने पत्रकारों को बताया कि यह शिविर पिछले 2 दिनों से चल रहा था जो कि आज सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है उन्होंने कहा कि श्री नैना देवी माता के दरबार से उनका काफी लगाव रहा है और यहां कर उन्हें बहुत ही सुख की अनुभूति होती है उन्होंने कहा कि माता के दरबार में इस प्रकार के शिविरों का आयोजन किया जाना निहायत ही जरूरी है हालांकि उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार संस्कृत अकादमी संस्कृत संस्कृति और संस्कार इन तीन विषयों पर हिमाचल सरकार भारत सरकार के सौजन्य से संस्कृत संस्कृति के संरक्षण के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं ।इस शिविर में स्वारघाट संस्कृत कॉलेज औरअन्य सभी समीपवर्ती विद्यालयों के छात्र-छात्राओं अध्यापकों ने भी भाग लिया।इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले विद्वानों में पंडित मूलराज शर्मा कुराली मुख्य वक्ता कृष्ण मोहन पांडे संस्कृत महाविद्यालय डोहगी डॉ रमेश शर्मा ,राकेश वर्मा शिमला, जंग सुमा जी किन्नौर
डॉ मस्तराम शिमला, डॉक्टर बिहारीलाल दिल्ली, डॉ महेंद्र शर्मा चंडीगढ़, डॉ श्याम लाल शर्मा पंचगाई डॉ चमन लाल शर्मा
कुमार हट्टी सोलन डॉक्टर जगदीश चंद्र स्वारघाट संस्कृत कॉलेज, आचार्य वीरेंद्र पठानिया,अचार्य राजेंद्र कुमार घुमारवीं. आचार्य सुभाष चंद , आचार्य अनूप कुमार, डॉ मुरारी लाल डॉक्टर दोलत राम शर्मा
आचार्य प्रीतम चंद बलदेव कुमार मौजूद रहे