संवाददाता/वीरेन्द्र ठाकुर
ग्राम पंचायत कटराईं की प्रधान गीता ठाकुर की कार्यकुशलता काफ़ी चर्चा में है।उपरोक्त वक्तव्य ग्राम पंचायत कटराईं की प्रधान गीता ठाकुर नें कहे। उन्होंने कहा कि पंचायत की दुकानें व्यापारियों को न्यूनतम किराए पर दी जाती हैं, जिसका उद्देश्य बेरोज़गारी को ख़त्म कर स्वरोज़गार को बढ़ावा देना है। लेकिन कटराईं पंचायत की कुछ दुकानें ऐसी भी हैं जो कि बिना किराए के ही व्यापारियों द्वारा चलायी जा रही है।पंचायत में प्रधान बनने के बाद जब प्रधान गीता ठाकुर को पता चला कि इन दुकानों का किराया काफ़ी वर्षों से पंचायत को नहीं सौंपा गया है तो उन्होंने एक ऐसी कार्य योजना बनायी कि दो साल के अन्तर्गत ही पिछले कई वर्षों का किराया लगभग दस लाख पचास हज़ार की राशि बसूल की।
प्रधान का कहना है कि ये पैसा पंचायत निधि में रहेगा और पंचायत के विकास कार्यों में ख़र्च किया जाएगा।इस निधि से जो कार्य होंगे वो बहुत जल्द ही पंचायत की जनता को समर्पित किए जाएँगे ।बता दें कि पंचायत प्रधान एक निडर एवं प्रगतिशील स्वभाव की महिला हैं। जब से पंचायत में बतौर प्रधान इन्होंने कार्यभार सँभाला है तब से ही इनका मुख्य उद्देश्य विकास कार्यों को ऊँचाइयाँ देना रहा है।पंचायत प्रधान का कहना है कि पंचायत विकास कार्यों से सबंधी कोई भी विषय होता है तो पंचायत की स्मस्त टीम उनका बहुत सहयोग देती है।जिसमें मुख्यत: पंचायत सचिव,उप प्रधान,स्मिति सदस्य एवं सभी वार्ड सदस्य शामिल हैं ।