मुख्य संपादक/पवन देवगन ठाकुर
सुंदरनगर:हिमाचल प्रदेश राज्य आजीविका मिशन द्वारा प्रायोजित सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत मंगलवार को कृषक प्रशिक्षण केंद्र सुंदरनगर में कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर की वैज्ञानिक डॉ कविता की अगुवाई में महिलाओं को श्री अन्ना यानि मोटे अनाज के व्यंजनों को बनाने का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान इन्होंने कोद्रे के लड्डू, बर्फी, बिस्किट, चाय इत्यादि व्यंजन बनाए।
कृषक प्रशिक्षण केंद्र सुंदरनगर की प्रधानाचार्य डॉ प्राची ने बताया कि कृषि विभाग मोटे अनाज के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। मोटे अनाज का उपयोग बीमारियों से बचने के लिए एक अच्छा पोषक होता है। मोटे अनाज की खेती से भूमि का संरक्षण होता है तथा पानी का उचित प्रयोग भी होता है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इन सभी प्रतिभागियों को औद्योगिक भ्रमण भी करवाया जाएगा ताकि ये महिलाएं मोटे अनाज से बनने वाले उत्पादों को बेचकर रोजगार का साधन बनाने के तरीकों की जानकारी हासिल कर सके।कार्यक्रम के समन्वयक तथा प्रशिक्षण अधिकारी डॉ भारत भूषण व डॉ नरेश ने जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम में जिला मंडी व जिला कुल्लू की 40 कृषि व पशु सखियां और स्वयं सहायता समूह की महिलाएं हिस्सा ले रही हैं तथा इसी तरह पूरे प्रदेश में 280 प्रतिभागी प्रशिक्षित हो रहे हैं।