हिमाचल प्रदेश लाइव न्यूज़ की मुहिम रंग लाई, ग्रामीणों के संघर्ष की हुई जीत
पवन देवगन ठाकुर
सुंदरनगर,10 अप्रैल : सुंदरनगर-कपाही-लेदा मार्ग को फोरलेन से जोड़ने की ग्रामीणों की मांग पूरी होगी और अब इस मार्ग को फोरलेन से जोड़ दिया जाएगा। एनएचएआई के इस आश्वासन के साथ ही करीब 15 पंचायतों और उनके प्रतिनिधियों के संघर्ष की जीत हुई है। क्योंकि इस मार्ग को फोरलेन से जोड़ने की मांग ग्रामीण लंबे समय से करते आ रहे थे और इनकी इस मांग को लगातार अनसुना किया जा रहा था। हिमाचल प्रदेश लाइव न्यूज़ ने भी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। मार्च माह में ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम सुन्दरनगर गिरीश समरा को भी ज्ञापन सौंपकर हस्तक्षेप करने की मांग उठाई थी। परंतु उसके बाद भी ग्रामीण शांत नहीं हुए। सोमावर को लगभग 15 से 20 पंचायत के प्रतिनिधि एवं लोग सुंदरनगर से कपाही जाने वाले पुल के पास बड़ी संख्या में इकट्ठे हुए थे तथा मौके पर विरोध करते हुए एनएचएआई के अधिकारियों के समक्ष अपनी कड़ी मांग रखी थी और उग्र आंदोलन की चेतावानी देते हुए फोरलेन का कार्य रोकने तक का अल्टीमेटम दिया था। उसी कड़ी में बुधवार को दोबारा स्थानीय जनता अपने अपने पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बड़ी संख्या में बीबीएमबी झील के निकट बन रहे फोरलेन के पुल पर एकत्रित हुई व अधिकारियों के साथ समस्या पर चर्चा की।

वहीं मौके पर सुंदरनगर विधायक राकेश जमवाल व पूर्व सीपीएस सोहनलाल ठाकुर भी अलग अलग समय पर पहुंचे और अधिकारियों से इस समस्या पर चर्चा की तथा इसकी निजात के लिए दिशा निर्देश दिए। लोगों की जायज व जरूरी मांग को ध्यान में रखते हुए एनएचएआई प्रबंधन ने आश्वासन दिया कि जल्द ही सुंदरनगर-कपाही-लेदा सड़क को फोर लाइन मुख्य मार्ग से जोड़ दिया जाएगा। एनएचएआई के प्रोजेक्ट हेड दीपेंद्र सिंह ने बताया कि जनता के हित में उनकी मांग को मान लिया गया है तथा नियमों के अनुसार व सुरक्षा की दृष्टि से जो स्थान भी उपयुक्त होगा वहीं से इस मार्ग को फोरलेन से जोड़ा जाएगा। इस मौके पर प्रबंधन के प्रोजेक्ट इंजीनियर अमित ठाकुर भी विशेष तौर पर उपस्थित रहे। वहीं इस पर प्रधान महासंघ बल्ह के अध्यक्ष एवं लुहाखर पंचायत प्रधान टेकचंद ठाकुर ने एनएचएआई प्रशासन का धन्यवाद करते हुए कहा है कि इस मुख्य मांग को पूरा करने के लिए सभी पंचायत प्रतिनिधियों एवं जनता की तरफ से वह प्रबंधन का आभार व्यक्त करते हैं तथा भविष्य में भी वे प्रबंधन से इस तरह के सहयोग की अपेक्षा करते हैं।

