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जोगिन्दर नगर में स्थापित है हिमाचल प्रदेश का पहला आयुर्वेद फार्मेसी कॉलेज

सचिव आयुष के अंतर्गत गठित सोसायटी के तहत वर्ष 2010 में हुआ शुरू, प्रतिवर्ष 40 छात्रों को मिलता है प्रवेश

राजीव बहल, जोगिंदर नगर

हिमाचल के जोगिन्दर नगर में प्रदेश का पहला आयुर्वेद फार्मेसी कॉलेज कार्य कर रहा है। वर्ष 2010 में राजीव गांधी राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय पपरोला के तहत एडऑन संस्था के तौर पर इस आयुर्वेद फार्मेसी कॉलेज को शुरू किया गया है। वर्तमान में यह संस्थान सचिव आयुष की अध्यक्षता में गठित आयुर्वेदिक फार्मेसी शिक्षा एवं प्रशिक्षण सोसायटी के तहत चलाया जा रहा है। निदेशक आयुष विभाग इस सोसायटी के सदस्य सचिव हैं। इसके अतिरिक्त सोसायटी के अन्य सदस्य भी हैं।

जोगिन्दर नगर के एप्रोच रोड स्थित यह आयुर्वेदिक फार्मेसी कॉलेज लगभग 13 एकड़ भूमि में फैला हुआ है। इस संस्थान के पास वर्तमान में पांच भवन हैं जिनमें प्रशासनिक भवन, पांच लैब, कैंटीन, क्लासरूम, प्रेक्टिकल लैब के अतिरिक्त स्मार्ट क्लास रूम तथा विद्यार्थियों के लिये

कॉमन रूम की भी सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा 40 छात्राओं के लिये हॉस्टल की भी सुविधा उपलब्ध है।
चार वर्षीय आयुर्वेदिक फार्मेसी स्नातक पाठ्यक्रम आठ सेमेस्टर में विभाजित है तथा प्रतिवर्ष पहले 30 जबकि पिछले शैक्षणिक सत्र से 40 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जा रहा है। यह संस्थान अटल चिकित्सा विश्वविद्यालय नेरचौक मंडी से संबद्धता प्राप्त है। इससे पहले यह संस्थान हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर से संबद्धता प्राप्त रहा है। वर्तमान में इस संस्थान में प्रवेश की तमाम प्रक्रिया अटल चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश परीक्षा के माध्यम से पूरी की जाती है। इस चार वर्षीय आयुर्वेद फॉर्मेसी कॉलेज में प्रवेश के लिये मेडिकल या नॉन मेडिकल विषय में दस जमा दो पास छात्र पात्र हैं।

वर्तमान में इस कॉलेज में कुल 122 विद्यार्थी जिसमें 25 लडक़े व 97 लड़कियां शामिल हैं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। अब तक इस संस्थान के नौ बैच अपना पायठक्रम पूरा कर चुके हैं।
प्रशिक्षुओं को बेहतर एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण की सुविधा के लिये इस संस्थान को भारतीय चिकित्सा पद्धति अनुसंधान संस्थान जोगिन्दर नगर, ड्रग टेस्टिंग लैब जोगिन्दर नगर, हर्बल गार्डन व हरबेरियम जोगिन्दर नगर, राजकीय आयुर्वेदिक फार्मेसी जोगिन्दर नगर तथा आयुर्वेद वृत अस्पताल जोगिन्दर नगर के साथ जोड़ा गया है। वर्तमान में इस संस्थान के संचालन के लिये प्राचार्य सहित कुल 12 जिनमें 7 शिक्षक व 5 गैर शिक्षक कर्मी तैनात हैं।

भविष्य में इस संस्थान में आयुर्वेद में एम. फार्मेसी स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शुरू करने की दिशा में प्रयास जारी हैं। साथ ही आयुर्वेद फार्मेसी में डिप्लोमा करने वालों को लेटरल एंट्री के तहत सीधे द्वितीय वर्ष में प्रवेश दिये जाने की प्रक्रिया भी शुरू होने जा रही है।

क्या कहते हैं अधिकारी:
संस्थान के प्राचार्य प्रो. राकेश थम्मन का कहना है कि अब तक इस संस्थान से आयुर्वेद फार्मेसी में स्नातक पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद प्रशिक्षुओं की सरकारी व निजी क्षेत्र में लगभग शत प्रतिशत प्लेसमेंट हो चुकी है। उन्होने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस संस्थान के छात्र राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं में टॉप कर संस्थान व प्रदेश का नाच ऊंचा कर रहे हैं। हॉल ही में एक विद्यार्थी ने जहां सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेद साईंस की राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है तो वहीं क्षेत्रीय आयुर्वेद केंद्र जम्मू में भी इस संस्थान के छात्रों को जॉब हासिल हुई है। उन्होने कहा कि जल्द ही संस्थान में आयुर्वेद फार्मेसी में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम भी शुरू होने जा रहा है। इसके अलावा आने वाले समय में लेटरल एंट्री के माध्यम से भी प्रवेश की सुविधा दी जाएगी। उन्होने बताया कि आगामी 15 मार्च से संस्थान के छात्रावास में लड़कियों की प्रवेश प्रक्रिया को भी प्रारंभ किया जा रहा है। जिसमें 40 छात्राओं के रहने की सुविधा उपलब्ध है।

By himachalpradeshlive

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