Breaking
Fri. Dec 5th, 2025

नयनादेवी में पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर की प्रेस कांफ्रेंस

संवाददाता / प्रदीप चंदेल
19, मार्च

न ग्लास ब्रिज न ही होल्डिंग एरिया बनाने की क्या जरूरत
-पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर ने पूर्व भाजपा सरकार द्वारा बिना सोचे समझे किए शिलान्यासों पर उठाए सवाल
-कहा, सरकारी खजाने से नहीं दिया एक भी धेला

-मां नयना के दर्शन करने के बाद मीडिया से मुखातिब रामलाल ठाकुर भाजपा पर बरसे
विख्यात तीर्थ स्थल श्री नयना देवी जी में विगत दिवस पूर्व मंत्री राम लाला ठाकुर ने माता श्री नयना देवी जी के दर्शन किये ! श्री ठाकुर के कांग्रेस के कार्यकर्ता तथा मन्दिर अधिकारी विपिन कुमार भी उपस्थित रहे ! बाद में पत्रकारों के साथ वार्ता के दौरान उन्होंने पूर्व सरकार को आड़े हाथों लेते हुए पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर ने नयनादेवी मंदिर ट्रस्ट के पैसे का दुरूपयोग किए जाने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता एवम पूर्व न्यासियीं की घेरेबंदी की है । रामलाल ठाकुर ने कहा कि पिछली सरकार के समय चार से पांच फाउंडेशन स्टोन रख दिए गए। सरकार के खजाने से एक धेला तक नहीं दिया गया। आखिरकार क्या जरूरत है स्काई ग्लास ब्रिज की। पांच सौ लोगों की क्षमता के होल्डिंग एरिया की भी जरूरत नहीं थी लेकिन पिछली सरकार के समय बीजेपी नेताओं ने बिना सोचे समझे निर्णय लेकर मंदिर ट्रस्ट के पैसे का दुरूपयोग जमकर किया ।रामलाल ठाकुर ने भाजपा पर यह भी आरोप लगाया कि मंदिर ट्रस्ट के पैसे को पंजाब के एक बैंक में जमा किया जा रहा है जबकि नियमानुसार यह सही नहीं है फिर उसी बैंक से एक भाजपा नेता की एक दर्जन से अधिक गाडिय़ां फाईनांस हुई और उन्हें एक प्रोजेक्ट में लगाया गया। इससे साफ जाहिर है कि मंदिर ट्रस्ट के पैसे का दुरूपयोग किया गया है । भाजपा सरकार के समय भी उन्होंने इन मसलों पर आवाज बुलंद की थी। अब राज्य में कांग्रेस की सरकार सत्ता में है इसलिए पूर्व सरकार के समय रखे गए फाउंडेशन स्टोन को गोबिंदसागर झील में डाल देना चाहिए। उन्होंने बताया कि पिछली सरकार के समय ट्रस्ट के अधीन चल रहे स्कूल का सरकारीकरण करने की घोषणा की गई और आज हालात यह हैं कि स्टाफ को न तो ट्रस्ट और न ही सरकार से सैलरी मिल रही है। इसलिए स्कूल को ट्रस्ट के अधीन ही चलने देना चाहिए क्योंकि इस स्कूल में चंगर व कोटधार क्षेत्रों से गरीब बच्चे पढ़ाई करते हैं।
रामलाल ठाकुर के अनुसार शीशे के ग्लास ब्रिज के लिए पांच करोड़ का बजट तय किया गया । आखिरकार जरूरत ही क्या है शीशे के पुल की। इसके साथ ही पांच सौ लोगों की क्षमता का होल्डिंग एरिया बनाने का भी क्या औचित्य? मंदिर दर्शन के लिए बुजुर्गों व अक्षम लोगों के लिए एक लिफ्ट का प्रावधान किया जा सकता है जिससे उन्हें मां नयना के दर्शन की आसान सहूलियत उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट को मंदिर पर फोकस करने की जरूरत है। यहां सीवरेज व्यवस्था ठीक नहीं है। टॉयलेट्स की भी अधिक सुविधा की आवश्यकता है। नयनादेवी में नीचे से लेकर मंदिर तक आधुनिक टॉयलेट्स तैयार करने की आवश्यकता है ताकि श्रद्धालुओं को सुविधा उपलब्ध हो सके। इसके अलावा मंदिर ट्रस्ट की जो भी मीटिंग हो वह सभी नयनादेवी में हो और विकास कार्यों के लिए आमजन की राय भी सम्मिलित की जाए।
बॉक्स…..
मंदिर के पैसे का किया जाए सदुपयोग
रामलाल ठाकुर ने कहा कि मंदिर के पैसे का सदुपयोग किया जाए और जहां जहां जरूरत है वहां सुविधाओं पर खर्च किया जाए। यदि मंदिर के साथ छेड़छाड़ होगी तो उत्तराखंड की त्रासदी की संभावना को यहां नकारा नहीं जा सकता जिसका असर टोबा तक पड़ सकता है। इसलिए माता के मंदिर को कोई नुक्सान नहीं होना चाहिए और जो पिछली सरकार के समय प्रोजेक्टों के शिलान्यास किए गए हैं उन फाउंडेशन स्टोन को गोबिंदसागर में डालना चाहिए। यहां जनता व प्रबुद्धवर्ग की राय के आधार पर ही कार्ययोजनाओं को अंतिम रूप दिया जाना चाहिए।

By himachalpradeshlive

We are the latest Himachal News Provider.

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *