संवाददाता / अंशुमन मल्होत्रा
उपमंडल गोहर के मानसा गाँव की सिमरन हत्याकांड की गुथी को पुलिस द्वारा न सुलझाने को लेकर आज सिमरन के परिजनों ने जांच में देरी और आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर रोष जताया है। पुलिस जांच पर परिजनों ने उठाये सवाल । परिजनों ने जांच को तर्कहीन बताते हुए मामले को दबाने की आशंका जताई है।

इस मामले पर विश्वकर्मा सभा भी आगे आई है । सभा के राज्य अध्यक्ष ने बताया कि घटना के दिन से लेकर आज तक पुलिस की जांच कछुआ चाल से चल रही है। मामले में चल रही आईपीसी धारा 305 के तहत आरोपी की गिरफ्तारी तुरंत होनी चाहिए थी लेकिन पुलिस की मिलीभगत से वह सरेआम खुला घूम रहा है। वहीँ मृतका के पिता पूरनचंद ने बताया कि मामले को देख रहे जांच अधिकारी की कारगुजारी से आरोपी के हौसले बुलंद हैं
पुलिस उन्हें सबूत लाने को कह रही है। पीड़ितों ने दोटूक मांग की कि इस मामले में जांच कर रहे अधिकारी, थाना प्रभारी को तुरंत प्रभाव से हटाया जाए तथा एसपी स्वयं इसकी जांच करें।
वहीं पुलिस प्रशासन की कारवाई पर संदेह व्यक्त करते हुए थाने में मौजूद लोगों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर निंदनीय टिप्पणी की।वहीँ मृतका के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि आरोपी युवक पुलिस की लापरवाही से अभी भी सड़क में बेख़ौफ़ घूम रहा है। परिजनों ने मौखिक रूप से 15 दिन का अल्टीमेटम पुलिस को दिया है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उक्त समय में पुलिस ने इस गुत्थी को नहीं सुलझाया तो हजारों की संख्या में लोग न केवल थाना का घेराव करेंगे बल्कि पूरे हिमाचल प्रदेश में चक्का जाम किया जाएगा व स्वयं अपने तरीके से कारवाई करेंगे।

वही धरना प्रदर्शन को लेकर थाना प्रभारी गोहर निर्मल सिंह ने बताया कि पुलिस हर पहलू को ध्यान में रखते हुए तथ्यों को जुटाकर जाँच पूरी होने के बाद जो भी हकीकत सामने आएगी उसके तहत ही कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

