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Fri. Dec 5th, 2025

माननीय केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने किया विश्वप्रथम इफको नैनो D.A.P. का लोकार्पण

ब्यूरो मंडी / राजीव बहल

भारत के केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह द्वारा इफको के साकेत नई दिल्ली मुख्यालय से भारत के पहले इफको नैनो DAP (तरल) का समस्त भारतीयों के लिए लोकार्पण किया गया ।कार्यक्रम में इफको की ओर से श्री दिलीप संघानी (अध्यक्ष इफको); उदय शंकर अवस्थी (प्रबंध निदेशक इफको ) भी उपस्थित रहे। अमित शाह ने अपने उद्बोधन में सहकारिता को किसानो की तरक्की और विकास का एक महत्पूर्ण स्तम्भ बताते हुए इफको की हरित क्रांति के दौर में भूमिका की सरहाना की। नैनो DAP (तरल) फसल की पैदावार बढ़ाने और पारंपरिक NPK (12:32:16) एवं DAP खाद के कारण होने वाले पर्यावरण प्रदूषण को कम करके किसानों की आय में सुधार करने में अहम् भूमिका रखेगा । एक बोतल इफको नैनो DAP (तरल) की किसानो को 600 रूपए में अपनी नज़दीकी सहकारी समिति के माध्यम से उपलब्ध होगी जो की पारम्परिक NPK/DAP खाद की खपत को लगभग आधा कर देगी। इसी उपलक्ष पर समस्त भारत समेत हिमाचल प्रदेश में भी विभिन सथानो पर किसान सभाओं का आयोजन भी किया गया और इसमें मुख्य रूप से ग्राम कृषि सेवा सहकारी समितियों की भागीदारी रही। जिला मंडी में अन्य स्थानों पर भी किसान सभाओं का आयोजन किया गया जिसमे ग्राम कुंमी, भड़याल, बल्ह में किसानो को इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी दिखाया गया। इन सभाओं के आयोजन के अंतर्गत किसानो को इस नवीनतम उत्पाद के बारे में विस्तार से जानकारी भी दी गयी की कैसे नैनो उर्वरकों की मदद से देश में पारंपरिक उर्वरकों पर दी जाने वाली बहुमूल्य अनुदान की बचत होगी। इफको नैनो DAP नैनो टेक्नोलॉजी से निर्मित एक अनोखा उत्पाद है जो कि बीज/जड़ उपचार एवं पोधो के ऊपर छिड़काव कर के इस्तेमाल किया जाता है और ये पारम्परिक NPK/DAP की तुलना में ज़्यादा प्रभावशाली उत्पाद है और पर्यावरण हितैषी भी। पारम्परिक उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोग से कारण होने वाले प्रदूषण की रोकथाम के लिए नैनो DAP एक बेहतर विकल्प है। किसी भी फैक्ट्री में बोरी वाली पारम्परिक NPK/DAP खाद को बनाने की लागत लगभग 3500 रूपए आती है जिस पर भारत सरकार द्वारा किसानो को लगभग 2000 रूपए का अनुदान दिया जाता है और इसी कारण किसानो को ये खादें 1470 रूपए में प्राप्त होती है। वर्तमान में भारत सरकार पर उर्वरकों पर दिए जाने वाले अनुदान का लगभग 2.5 लाख करोड़ रूपए का बोझ है जिसे आने वाले समय नैनो यूरिया एवं नैनो DAP के माध्यम से काम करने का लक्ष्य भारत सरकार एवं इफको द्वारा साधा गया है।

By himachalpradeshlive

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