संवाददाता/शुभाष शर्मा
हिमाचल प्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड (एच.पी.एस.बी.बी) ने जैव विविधता अंतर्राष्ट्रीय दिवस-2023 के उत्सव के हिस्से के रूप में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें शैक्षणिक और शोध एवं विकास संस्थानों के 150 छात्रों की क्षमता निर्माण कर उनकी 200 जन जैव विविधता पंजिका के सत्यापन में भागीदारी को सुनिश्चित किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन आज केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, बेम्लोई, शिमला के सभागार में किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डी.सी. राणा, सदस्य सचिव, हिमाचल प्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड रहे। उन्होंने राज्य जैव विविधता संरक्षण, जैवविविधता संबंधित समस्याओं के सफलतापूर्वक समाधान के संदर्भ में जैव विविधता जागरूकता फैलाने की आवश्यकता का विशेष रूप से उल्लेख किया। डी.सी. राणा नेभारत सरकार के राष्ट्रीय अभियान के हिस्से के रूप में पी.बी.आर के सत्यापनअभ्यास में भाग लेने के लिए प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया और उनका मनोबलबढ़ाया।
सतपाल धीमान, संयुक्त सदस्य सचिव, हिमकॉस्ट, कार्यशाला के विशिष्ट अतिथि थे। उन्होंने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और जन जैव विविधता रजिस्टर (पीबीआर) के महत्व पर प्रकाश डाला और जैव विविधता प्रबंधन समितियों (बीएमसी) की भूमिका पर भी बात की। उन्होंने पीबीआर सत्यापन के राष्ट्रीय अभ्यास और बीएमसी को सक्रिय करने में इसके महत्व के बारे में भी जानकारी दी।
डॉ. एस.पी.भारद्वाज, एसोसिएट डायरेक्टर (सेवानिवृत्त) क्षेत्रीय बागवानी स्टेशन, मशोबरा और डॉ. महेंद्र सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर, जैव-विज्ञान विभाग, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से विशेष रूप से आमंत्रित थे और उन्होंने प्रतिभागियों को पीबीआर के सत्यापन और पीबीआर निर्माण प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी।
सभी राज्यों की जैव विविधता प्रबंधन समितियों (बी.एम.सी) को सक्रिय करने के लिए भारत सरकार ने एक राष्ट्रीय अभियान के अनुसार पी.बी.आर सत्यापन का कार्य शुरू किया है जिसमें हिमाचल से 200 जैव विविधता प्रबंधन समितियों को इस प्रशिक्षण कार्यशाला के बाद छात्रों की भागीदारी द्वारा सक्रिय किया जाएगा।
यह राष्ट्रीय अभियान आधिकारिक तौर पर 23 मई 2023 को माननीय मंत्री पर्यावरण,वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा गोवा से शुरू किया जाएगा। दिनांक 23 मई 2023 से 03 जून 2023 की अवधि के दौरान सभी गतिविधियों को एक पोर्टल ”मेरीलाइफ“ में इलेक्ट्रॉनिक रूप से अपलोड किया जाएगा। इसलिए, इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को 200 बीएमसी में पीबीआर के सत्यापन में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यशाला के दौरान हिमाचल प्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड के डॉ. मुरारी लाल ठाकुर ने प्रतिभागियोंको जागरूक किया और जैव विविधता अधिनियम, 2002 के कुछ महत्वपूर्ण प्रावधानों केसाथ-साथ जैव विविधता, इसके महत्व, संरक्षण की आवश्यकता तथा संबन्धितघटकों के सतत उपयोग के बारे में जानकारी प्रदान की। प्रतिभागियों के लिए एक ऑनलाइन गूगल क्विज़ का आयोजन भी इस अवसर पर किया गया और क्विज़ के विजेता की घोषणा 24 मई, 2023 को अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस, 2023 के सम्मेलन के अवसर पर घोषित किया जाएगा, जो 24 मई, 2023 को होटल हॉलिडे होम में हिमाचल प्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड (एचपीएसबीबी) द्वारा आयोजित किया जाएगा।