संवादाता/देवराज ठाकुर
कुल्लू जिले में निरमंड तहसील के अंतर्गत कोट पंचायत के बगना गांव में डंगे गिरने व भूमि के दरकने से खेतों के बीचो बीच दरार आ गई है , जिस कारण वश लोगों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं । इन लोगों ने इन खेतों में सेब की अरली वैरायटी के बगीचे तैयार किए हैं । इन लोगों ने सेब की नई प्लांटेशन तैयार की है। यदि कुदरत का ये कहर इसी तरह बरसता रहा तो बागबानों की परेशानियां बढ़ती ही जाएगी । यह आपदा का कहर केवल इसी गांव में ही नहीं बल्कि हर गांव में बागबानों पर बरसा हुआ है । इन लोगों के पास आजीविका का साधन सेब के बगीचे ही हैं , इसी आजीविका के कारण ही ये लोग अपना जीवनयापन और अपने बच्चों को उच्च शिक्षा देने में सक्षम है । सेब सीजन के दौरान हर बागबानों के चेहरे पर खुशिया छलकती थी , लेकिन आज उनके चेहरे पर यह परिस्थितियां देखकर मायूसी छलक रही है । इन लोगों का कहना है कि इससे पहले हमने ऐसा कहर बरसता हुआ कभी नहीं देखा जो इस बार देखने को मिल रहा है । पंचायत से प्रधान मेंबरों के साथ आकर हर जगह का निरीक्षण करके बागवानों को आश्वासन दिया है कि पंचायत की ओर से उनकी मदद के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा ।