संजय सिंह, ब्यूरो शिमला
रामपुर बुशहर: सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक मशहूर हिमाचली संगीतकार एसडी कश्यप का दावा है। कि वर्ष 1982 में हिमाचल में पहली कैसेट रिलीज हुई थी।
इसका नाम था ‘डिस्को नाटी’। एसडी कश्यप के मुताबिक इसमें जो नाटियां थीं, वह भी उन्होंने स्वयं गाई थीं। मंडी के भगवाहन मोहल्ले के निवासी 72 वर्षीय संगीतकार ने बताया कि वह अब तक करीब पांच हजार से अधिक गीतों को संगीत में पिरो चुके हैं। इनमें सबसे अधिक उन्होंने हिमाचली लोकगीतों पर काम किया है। इसमें हिमाचल केे लगभग हर क्षेत्र के लोकगीतों को उन्होंने संगीत दिया।
कई कलाकारों को लोगों के सामने लाया। कश्यप बोले – आधुनिक दौर में युवा कलाकारों पर आधुनिक टेक्नोलॉजी का बोलबाला है। नए कलाकार सबसे अधिक इसका सहारा लेकर लोकगीत बना रहे हैं। हालांकि, आजकल की चकाचौंध में इन रचनाओं को दर्शक पसंद भी कर रहे हैं, लेकिन इससे लोकसंगीत के रुतबे को चोट पहुंच रही है। युवाओं को टेक्नोलॉजी के साथ ही रियाज पर भी ध्यान देना चाहिए और संगीत को अनुभव करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें डीडी वन पर सालों पहले प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों ‘उसूल’ और ‘अजनबी’ ने पहचान दिलाई है।
इन दोनों धारावाहिकों में उन्होंने बतौर संगीत निर्देशक कार्य किया। इसके साथ ही उनको ‘अनोखा मोड़’ और ‘कोबरा’ फिल्मों से भी ख्याति मिली। उन्होंने बताया कि अब तक उन्हें कई अवार्ड भी मिल चुके हैं। वह अभी भी अपने संगीत निर्देशन के कार्य में लगे हुए हैं। उनके परिवार में बेटा सन्नी कश्यप, पत्नी रविकांता कश्यप और बेटी सीबीआर कश्यप हैं। उनकी पत्नी रविकांता कश्यप क्लासिक सिंगर हैं, जबकि बेटी भी संगीत निर्देशन में कार्यरत हैं।