संजय सिंह /ब्यूरो
ज्यूरी : 43वीं वाहिनी भा.ति.सी.पु.बल द्वारा दिनांक 21.02.24 से 28.02.24 तक वाहिनी मुख्यालय में बल की परंपरा के अनुसार वाहिनी के समवायों के मध्य अंतर् वाहिनी खेल प्रतियोगिता (कबड्डी एवं बालीबॉल प्रतियोगिता) का आयोजन राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, ज्यूरी में किया गया। इस प्रतियोगिता में वाहिनी के सभी समवायों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया।
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उक्त दोनों प्रतियोगिताओं में ‘प्रबन्धक समवाय’ तथा ‘ब समवाय’ सर्वाधिक मैच जीतते हुए फाइनल मे अपनी जगह बनाई। वाहिनी अंतर समवाय खेल प्रतियोगिता का फाइनल मैच दिनांक-28.02.24 को श्री चंदन सिंह भण्डारी, सेनानी, 43वीं वाहिनी की गौरवमयी उपस्थिती में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, ज्यूरी के खेल ग्राउण्ड में खेला गया जिसमे कबड्डी मैच में ‘प्रबन्धक समवाय’ तथा ‘ब समवाय’ टीमों के बीच कड़ा मुकाबला हुआ जिसमें ‘प्रबन्धक समवाय’ ने ‘ब समवाय’ टीम को 30-29 के अंतराल से हराया। वहीं वॉलीबाल मैच ‘ब समवाय’ ने ‘प्रबन्धक समवाय’ को सीधे सेटों में 2-0 के अंतराल से हराया।
मैच को देखने के लिए स्कूल के प्रधानाचार्य, समस्त अध्यापक वर्ग एवं विधार्थियों को भी आमंत्रित किया गया जिसमें सभी के द्वारा उक्त दोनो फाइनल मैच का भरपूर आनंद उठाया। दोनो विजेता टीमों को सेनानी 43वीं वाहिनी के द्वारा ट्राफी देकर सम्मानित किया गया। सेनानी 43वीं वाहिनी ने टीम के खिलाडियों को शाबाशी देते हुए कहा कि आप सभी ने अनुशासन में रहते हुए, खेल भावना के साथ वाहिनी के अंतर् समवाय प्रतियोगिता में बढ़चढ़ कर भाग लिया गया जोकि आपमें एक अच्छे खिलाडी एवं प्रतिभागी के गुण को सार्थक करता हैं। सेनानी महोदय द्वारा यह भी बताया गया सशस्त्र बलों में खेलो का अपना महत्व है जिसमें शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रहने में सहायता मिलती है, साथ ही तनाव से भी दूर रहा जाता है। सेनानी महोदय ने आगे कहा कि आज के भारत में खेलों में भी एक उज्ज्वल भविष्य है और खेलों के माध्यम से भी खिलाडी राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम ऊँचा कर सकते है, इसलिए भारत सरकार द्वारा जारी खेलों इंडिया कार्यक्रम के तहत विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में भी स्थानीय युवकों और स्कूली बच्चों को बढ़ चढ़ कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया गया। इसी अवसर पर सेनानी महोदय ने “निरीक्षक राकेश जो दिनांक 29.02.24 को 60 वर्ष पूर्ण हो जाने के उपरांत सेवानिवृत्त हो रहे है, के द्वारा वॉलीबाल टीम का नेतृत्व कर अपने अनुभवों से टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई” के सबंध में भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए नवयुवकों को उनसे प्रेरणा लेने के लिए आह्वान किया। अंत में दोनों टीमों को भविष्य के लिए भी शुभकामनाएं देते हुए अंतर् समवाय खेल प्रतियोगिता की विधिवत् समापन की घोषणा की गई।