संवाददाता/सुभाष शर्मा
सोलन: जैव विविधता संरक्षण के लिए करें प्रयास नौणी में भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण, हाई आल्टीट्यूड वेस्टर्न हिमालय रीजनल सेंटर ने आज अंतरराष्ट्रीय जैविक विविधता दिवस मनाया गया। इस अवसर पर इंटर स्कूल सिट-एंड-ड्रा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्र के पांच स्कूलों के 20 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल मुख्य अतिथि, जबकि अनुसंधान निदेशक डॉ. संजीव चौहान और संयुक्त निदेशक संचार डॉ. अनिल सूद, वशिष्ठ अतिथि रहे।
केंद्र के प्रभारी वैज्ञानिक डॉ. कुमार अंबरीश ने अतिथियों, शिक्षकों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। डॉ. अंबरीश ने सभा को विश्व जैव विविधता दिवस और पृथ्वी पर प्रत्येक जीव के लिए इसके महत्व के बारे में बताया। वैश्विक स्तर पर इसके संरक्षण के लिए आम लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए हर सावर्ष यह दिवस मनाया जाता है। सभा को संबोधित करते हुए प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल ने जैव विविधता संरक्षण और प्राकृतिक संसाधनों के सतत उपयोग में छात्रों की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर उपलब्ध पौधे और जीव जन्तु के संरक्षण के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने क्षेत्र के सर्वेक्षण और प्रलेखन के लिए और जैव विविधता संरक्षण पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए बी॰एस॰आई॰ के नौणी स्थित क्षेत्रीय केंद्र के प्रयासों की सराहना की। मुख्य अतिथि ने विजेताओं को पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किए।
कार्यक्रम का समापन डॉ. कुलदीप एस डोगरा, वैज्ञानिक-डी और कार्यक्रम समन्वयक के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। बी॰एस॰आई॰ स्टाफ ब्रजेश मीणा, संजीव कुमार, अंकित चौहान और नौणी विवि के पर्यावरण विभाग की पीएचडी छात्रा मुस्कान नेगी और सोनाक्षी वर्मा ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।