संजय सिंह।ब्यूरो रिपोर्ट
उपमंडल रामपुर बुशहर के अंतर्गत फूंजा पंचायत के सचिव के ना होने से सरकार के सभी विकास कार्य ठप पड़े है। सरकार एक ओर विकास की सरकार के सभी विकास कार्य का अंतिम पड़ाव पंचायत ही है।

भले ही विकास कार्य की रूपरेखा सरकार के स्तर पर बनती हो लेकिन उसका सही मायने में पंचायत में ही निर्धारण होता है। सरकार एक ओर विकास की धारा बहा रही है। वहीं फूंजा पांचयात मे सचिव की कमी से विकास कार्य को अंजाम तक पहुंचाने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।फूंजा पांचयात में बीते कई दिनों से पंचायत सचिव की काफी कमी है। जिसका सीधा असर फूंजा पंचायत के विकास कार्यो पर पड़ रहा है। कई लाभकारी योजनाओ से भी ग्रामीण वंचित हो रहे है। इससे पंचायत के विकास कार्य की क्या गति होगी इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरकार के द्वारा गांवों के उत्थान के लिए कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों में से पंचायत सचिवों के जिम्मे मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के संचालन के अलावा जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, पेंशन योजना, पंचायतों में आमसभा करने सहित अन्य कई महत्वपूर्ण योजना का कार्य शामिल है।

