संवाददाता / मोनिका ठाकुर
रामपुर बुशहर: रामपुर बुशहर के रचोली के देवता साहिब जाख, ब्रांदली के देवता साहिब चंद्र खंड और शोले के शोले धर महादेव एक माह के स्वर्ग प्रवास के बाद सोमवार कोअपने-अपने मंदिरों में वापस आने से मंदिरों में रौनक लौट आई है। आज से मंदिरों में पूजा-अर्चना का कार्य शुरू होगा। लोगों के चेहरे पर अपने अपने इष्ट देवता के वापस आ जाने पर लोगो को बेहद प्रशंसा हुई। देवताओं के स्वागत के लिए सुबह से ही लोग मंदिरों के बाहर एकत्रित हुए है। स्वर्ग प्रवास से लौटे देवी देवताओं ने अपने-अपने क्षेत्र में अपने गुरो के माध्यम से भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में भविष्यवाणी की तथा सभी देवी देवताओं का लोगों ने ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया। परंपरा के अनुसार देवी देवताओं ने मकर संक्रांति को स्वर्ग लोक प्रस्थान कर गए थे। उस समय से उनकी मूर्तियां शक्ति विहीन मानी जाती है। देवी देवताओं के स्वर प्रवास से लौटने के पश्चात उनके रथ में मूर्तियों को सजा दिया गया है क्योंकि देवताओं के स्वर्ग प्रवास जाने के पश्चात उनकी मूर्तियों को उतार दी जाती है। देवताओं के स्वर्ग प्रवास में जाने के पश्चात कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। जाख मंदिर कमेटी के प्रधान अशोक शर्मा ने बताया कि देवता जाट ने अपने गुरो संजीव भारद्वाज और दीपक भारद्वाज के माध्यम से क्षेत्र में होने वाली घटनाओं का वर्षफल भी सुनाया। देवता साहिब में अपने गुरो के माध्यम से कहा कि इस साल कृषि और फसलों के लिए बहुत अच्छा मौसम रहेगा। यह वर्ष क्षेत्रवासियों के लिए सुख, शांति ,समृद्धि लेकर आया है। किसी बीमारी के प्रकोप की संभावना नहीं है और उनके स्वागत के लिए स्थानीय ग्रामीण काफी उत्साहित दिखे गए इस मौके पर सभी लोगों ने अपने आराध्य देव में सुख समृद्धि का आशीर्वाद लिया। इस मौके पर मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन भी किया गया।