संवाददाता/सुभाष शर्मा
शिक्षा मंत्री ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि हिमाचल प्रदेश देवी देवताओं का स्थल है इसकी पहचान देवी देवताओं से ही जुड़ी है। आज माता के मंदिर का निर्माण कार्य पूर्ण होने के उपलक्ष पर आयोजित कार्यक्रम में आने का सौभाग्य प्राप्त प्राप्त हुआ है। उन्होंने माता से प्रदेशवासियों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार द्वारा क्षेत्र के विकास में अनदेखी की गई थी, जिसे अब आगामी 5 वर्षों के भीतर पूर्ण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता सर्वांगीण विकास है। इस वर्ष के बजट में कही गई बातें हम सब को जल्द ही धरातल पर देखने को मिलेंगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की आर्थिकी में बागवानी एवं पर्यटन का महत्वपूर्ण योगदान है जिसको बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किए जायेंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ किया जायेगा ताकि क्षेत्र की आम जनता को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।शिक्षा मंत्री ने इस अवसर पर स्थानीय लोगों की समस्याएं भी सुनी। उन्होंने कहा कि लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है।उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगो से प्राप्त समस्याओं एवं मांगों के लिए निश्चित रूप से बजट का प्रावधान कर पूर्ण की जाएंगी।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत प्रधान धराड़ा सीता, उप प्रधान सतीश ठाकुर, उप मंडलाधिकारी रोहड़ू सन्नी शर्मा, पूर्व जिला परिषद सदस्य विजय सिंह राठौर, विभिन्न विभागीय अधिकारीगण एवं गणमान्य लोग उपस्थित रहे।