संवाददाता / प्रदीप चंदेल
बिलासपुर, 9फरवरी
हिमाचल प्रदेश का विश्व विख्यात शक्ति पीठ श्री नैना देवी हजारों की संख्या में प्रतिदिन आने वाले श्रद्धालु इसके अलावा स्थानीय लोग लेकिन इस धार्मिक स्थल पर एकमात्र मंदिर के नजदीक आयुर्वेदिक चिकित्सालय एक मिडवाइफ के सहारे चल रहा हैं इस आयुर्वेदिक चिकित्सालय में पिछले लगभग 1 वर्ष से डॉक्टर, फार्मेसिस्ट , चपरासी और सफाई कर्मचारी की पोस्ट खाली चल रही है।हालात इस कदर बदतर है कि ना तो इस हॉस्पिटल में अब कोई इलाज करवाने के लिए आता है अगर कोई श्रद्धालु या स्थानीय लोग यहां पहुंच भी जाए तो यहां पर खाली कुर्सियां देखकर उसे वापस जाना पड़ता है ।प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग पिछले 1 वर्ष से यहां पर स्थाई तौर पर चिकित्सक की नियुक्ति नहीं हो पाई है चिकित्सक के अलावा ना तो यहां पर फार्मेसिस्ट है ।
ना चपरासी है ।और ना ही स्वीपर है सभी पोस्ट खाली पड़ी है सिर्फ एक मिडवाइफ इस हॉस्पिटल में अपनी सेवाएं दे रही है।आपको यह भी बता दें कि इस हॉस्पिटल के 10 बिस्तर उपलब्ध करवाने के लिए मंदिर न्यास ने कई वर्ष पहल लगभग 35 लाख रुपए खर्च किए थे इसके अलावा एक हैरान कर देने वाली बात और भी है कि इस चिकित्सालय में पंचकर्म पद्धति चालू की जानी थी जिसके लिए लाखों रुपए का सामान इस हॉस्पिटल में कई वर्ष पहले भेजा गया था।लेकिन इस हॉस्पिटल में पंचकर्म पद्धति भी शुरू नहीं हो पाई लेकिन जो पंच कर्मा का लाखों रुपए का समान है वह भी हॉस्पिटल में धूल फांक रहा है।जबकि हॉस्पिटल में रूटीन में आने वाली दवाइयां भी सारी बोरियों में भरी पड़ी है पेटी में बंद है क्योंकि डॉक्टर ना होने के कारण इन दवाइयों को भी अभी तक खोला नहीं गया है।उल्लेखनीय है कि किसी भी आपात स्थिति में श्रद्धालुओं या स्थानीय लोगों को फर्स्ट एड के लिए इसी चिकित्सालय में लाया जाता है ।क्योंकि श्री नैना देवी मंदिर के समीप यही एक चिकित्सालय है लेकिन पिछले कुछ वर्षों से यहां चिकित्सालय सरकारी उपेक्षा का शिकार चल रहा है ना तो आयुर्वेदिक विभाग की तरफ कोई ध्यान दे रहा है और ना ही प्रदेश सरकार स्थानीय लोगों को और श्रद्धालुओं को जिसके चलते 5 किलोमीटर नीचे घवांडल हॉस्पिटल में जाना पड़ता है।स्थानीय लोगों ने मांग की है कि इस हॉस्पिटल में जल्द से जल्द चिकित्सा टीम की तैनाती की जाए नर्सिंग स्टाफ तैनात किया जाए ताकि श्रद्धालुओं के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी मंदिर के समीप चिकित्सा सुविधा मिल सके और उन्हें आपात स्थिति में फर्स्ट ऐड तो कम से कम यहां प्राप्त हो।